हार्ट अटैक एक बड़ी बीमारी है जिसमे एक व्यक्ति खुद नहीं जानता कि वह कब इस बीमारी का शिकार हो सकता है। यह स्थिति अचानक शरीर में उत्पन्न होती है। कईबार इस बीमारी के कारण व्यक्ति की अचानक मौत भी हो जाती है। सामान्यत: हृदय घात इसके कारण होता है कि शरीर के किसी भाग में रक्त नहीं पहुँच पता है और रक्त में थक्के बनने लगते हैं
हाई ब्लड प्रेशर, मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगो में हार्ट अटैक का जोखिम अधिक होता है। धूम्रपान हृदय की नशो को क्षति पहुंचाता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल हृदय की धमनियों में समस्या पैदा करता है, जिसके कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। आमतौर पर, गर्दन, हड्डियों, कंधे की पिछली ओर और पीठ में दर्द होता है, और सांस लेने में भी कठिनाई आती है।
सांस लेने में कठिनाई से,अत्यधिक पसीना, अत्यधिक थकान, ठंडी और चिपचिपी त्वचा के साथ -साथ चक्कर आने लगते हैं। यदि आप पल्स नहीं ढूंढ सकते हैं, तो तुरंत सीपीआर शुरू करें। इसका कार्य हृदय और मस्तिष्क को ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है और रक्त को पंप करने से साँस लेने की कमी को कम करता है।
शोधकर्ताओं ने, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार(WHO), 2019 में हृदय रोग से मरने वाले लोगों की संख्या 1.79 करोड़ थी। जिनमें से 85 प्रतिशत थे हृदय घात के पीड़ित। अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के जर्नल के अनुसार, भारत में हृदय रोगों की वजह से मौतों की संख्या 1990 में 22.6 लाख से 2020 में 47.7 लाख तक बढ़ गई है।